बाबा रामदेव की इस कारोबार पर नजर: बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि फूड्स लिमिटेड ने एक अहम ऐलान भी कर दिया है इस दौरान कंपनी का कहना है कि प्रमोटर ग्रुप पतंजलि आयुर्वेद के गैर-खाद कारोबार का अधिग्रहण करने के प्रस्ताव का मूल्यांकन करेगी हालांकि पतंजलि फूड्स लिमिटेड ने गैर-खाद उत्पादन में उन उत्पादों का जिक्र नहीं किया है जिनका वह अधिकरण करने के बारे में विचार बना रहे हैं. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की मानी जाए तो पतंजलि फूड्स दांतों की देखभाल पर्सनल केयर जैसे उत्पादन हासिल करने पर विचार कर रही है यहां बता दे की रामदेव की अगुवाई वाले प्रवर्तक समूह के कुल कारोबार में इन सभी उत्पादों की हिस्सेदारी 50 से 60% की है.
आखिरकार कंपनी ने क्या कहा है?
पतंजलि फूड्स ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि उसके निदेशक मंडल ने गैर-खाद्य व्यापार उद्यम की बिक्री के लिए पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड से प्राप्त प्रारंभिक प्रस्ताव पर चर्चा की है। कंपनी ने कहा कि निदेशक मंडल ने पतंजलि आयुर्वेद के गैर-खाद्य पोर्टफोलियो के साथ तालमेल बढ़ाने के सबसे कुशल तरीके का मूल्यांकन करने के लिए अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।
निदेशक मंडल ने कंपनी के अधिकारियों को उचित परिश्रम करने, पेशेवरों को नियुक्त करने, प्रस्ताव के नियमों और शर्तों पर बातचीत करने और आगे के विचार के लिए ऑडिट समिति को निष्कर्षों की रिपोर्ट करने के लिए भी अधिकृत किया।
बिस्किट बिजनेस का किया था अधिग्रहण
पतंजलि फूड्स ने अपने उत्पादों को मजबूत करने के लिए मई, 2021 में पतंजलि नेचुरल बिस्कुट प्राइवेट लिमिटेड के बिस्कुट व्यवसाय का 60.03 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया था। इसके अलावा, इसने जून, 2021 में 3.50 करोड़ रुपये में नूडल्स और नाश्ता अनाज व्यवसाय और मई, 2022 में पतंजलि आयुर्वेद से 690 करोड़ रुपये में खाद्य व्यवसाय भी हासिल किया था।
वर्ष 1986 में अस्तित्व में आई पतंजलि फूड्स लिमिटेड को पहले रुचि सोया इंडस्ट्रीज के नाम से जाना जाता था। यह एफएमसीजी की अग्रणी कंपनियों में शामिल है।
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