भले ही केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर लगाम लगाने के लिए काम कर रही हो, लेकिन अभी भी कुछ महिलाएं तीन तलाक और हलाला जैसे अपराधों का शिकार हो रही हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के चरथावल थाना क्षेत्र के एक गांव में सामने आया. यहां एक शादीशुदा महिला को तीन तलाक और हलाला करवाने के लिए मजबूर करने का मामला सामने आया है।
साल 2017 में भारत के सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक को असंवैधानिक घोषित कर दिया था. इसके अलावा मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) अधिनियम, 2019 तीन तलाक को कानूनी अपराध मानता है, लेकिन इतने सख्त कानून के बावजूद भी महिलाओं को इन अपराधों का सामना करना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला यूपी के मुजफ्फरनगर के चरथावल थाना क्षेत्र के एक गांव से सामने आया है, जहां एक शादीशुदा महिला अपने साथ हुए अपराध की शिकायत लेकर एसएसपी के पास पहुंची है.
यहां एक विवाहिता ने एसएसपी कार्यालय पहुंचकर प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसकी शादी करीब 15 साल पहले गांव पावटी निवासी नसीम के बेटे वसीम से हुई थी। उनके तीन बच्चे उवैश, तबरेज और सिदरा हैं। शादी के बाद से ही महिला का पति वसीम, सास, ननद और अन्य ससुराल वाले उसे परेशान कर रहे हैं। साथ ही महिला को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है, जिसमें करीब एक साल पहले महिला के पति वसीम ने उसे विदेश से फोन पर तीन तलाक दे दिया था.
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इसके बाद महिला डर के कारण अपने मायके चली गई। करीब 10 माह पहले महिला का पति विदेश से आया तो उसने कहा कि तुम मेरे मामा के लड़के के साथ हलाला करो, फिर मैं तुम्हें अपने साथ रखूंगी। इसके बाद ससुराल वालों ने जबरदस्ती महिला की शादी शाहरूम पुत्र फैनी से करा दी, लेकिन इसके बाद भी उसके पति ने उससे शादी नहीं की, बल्कि उसके पति वसीम ने दूसरी महिला से शादी कर ली. महिला ने अपने पति और ससुरालवालों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. पीड़िता ने इसकी शिकायत न सिर्फ एसपी बल्कि मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।