पराली जलाने के मुद्दे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह किसानों को भड़काने और केंद्र पर झूठे आरोप लगाने की राजनीति कर रहे है। पराली जलाने के मुद्दे पर भगवंत मान द्वारा दिए जा रहे बयानों को भाजपा नेता ने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि मान पराली जलाने का समाधान खोजने की बजाय आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने बुधवार को आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि ‘‘भगवंत मान किसानों को भड़का रहे हैं। केंद्र सरकार के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के बजाय, उन्हें पराली प्रबंधन पर एक विस्तृत रणनीति तैयार करनी चाहिए।’
इससे पहले कल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पराली जलाने के नाम पर किसानों को बदनाम करने का आरोप केंद्र सरकार पर लगाया। मान ने कहा कि केंद्र सरकार हरियाणा के इलाकों में जलने वाली पराली के मुद्दे पर क्यों नहीं बोलती। केंद्र सरकार को सिर्फ पंजाब के किसान ही दोषी क्यों नजर आते है। जिस पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पंजाब सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि पंजाब को हरियाणा के नक्शेकदम पर चलना चाहिए और किसानों को पराली प्रबंधन के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस साल हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में 25 फीसदी की कमी आई है। खट्टर ने साथ ही कहा कि ‘‘दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले दिल्ली में प्रदूषण के लिए पंजाब और हरियाणा के किसानों को जिम्मेदार ठहराते थे और अब उनका सारा दोष हरियाणा में स्थानांतरित हो गया है क्योंकि उनकी पार्टी पंजाब की सत्ता में आ गई है।’ उन्होंने कहा कि दिल्ली में यमुना का भी यही हाल है, जिसमें प्रदूषण का स्तर इतना अधिक है कि यह नाले की तरह हो गई है ।
हाल ही में भगवंत मान ने प्रदूषण और पराली जलाने के मुद्दे पर पंजाब के किसानों को ‘लक्षित’ करने के लिए बुधवार को भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा अब निरस्त कर दिये गए कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल के आंदोलन व उसके ‘अहंकार’ को तोड़ने का बदला राज्य के किसानों से लेना चाहती है ।