बाड़मेर: एक गरीब परिवार की 80 वर्षीय दादी व 7 बेटियों व 4 साल के बेटे पर दुखों का पहाड़ टूट गया। सड़क हादसे में बेटियों-बेटे के माता-पिता की डेथ हो गई। हादसे के बाद सोशल मीडिया पर इन बेटियों की मदद के लिए ऐसी मुहिम चल पड़ी है कि हर कोई अपनी इच्छानुसार इनकी मदद के लिए आगे आ रहे है। बुधवार को इन बेटियों के घर पर भामाशाहों ने आर्थिक सहयोग देने के साथ-साथ राशन सामग्री से लेकर जरूरत की हर चीज पहुंचाई जा रही है। वहीं मालपुरा के उपसरपंच ने इन बच्चियों की शादी के समय होने वाले खर्चा तक करने की घोषणा की है।
पिता खेताराम व माता कोकू देवी की मौत के बाद इस परिवार की मदद करने के लिए अलग-अलग सोशल मीडिया से जुड़े ग्रुप के लोग मुहीम चला रह है। सोशल मीडिया के जरिए ऑनलाइन खातों में आर्थिक मदद ट्रांसफर कर रहे है। बीते तीन दिनों में 1 करोड़ रुपए लोगों ने इकट्ठे कर लिए है। बुधवार को युवा उद्यमी क्षेत्र के भामाशाह टीकमाराम पटेल, लूणसिह झाला सहित कई भामाशाह स्वर्गीय खेताराम भील के घर पहुंचे।
दरअसल, 13 नंवबर को बाड़मेर मालपुरा गांव निवासी खेताराम (50) पुत्र राणाराम अपनी पत्नी कोकू देवी (43), पुत्र जसराज (4), चेचेरे भाई बादराराम (50) पुत्र वीराराम और उसकी पत्नी अणसीदेवी (45) के साथ सिणधरी के पास के गांव में बड़ी लड़की के लिए रिश्ते की बात करने के लिए जा रहे थे। सिणधरी कस्बे में उतरकर बस स्टेंड की तरफ जाने लगे तभी पीछे से अनियंत्रित बोलेरो गाड़ी ने पांचों सहित यशवंत कुमार (25) पुत्र गौतम निवासी उदयपुर को कूचल दिया। खड़ी कैंपर ट्रॉले को 20-25 फीट तक घसीटते हुए ले गया। गाड़ी कैंपर ट्रॉले से टकराकर रुक गई। मौके पर अणसी देवी और कोकूदेवी की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, कोकूदेवी के पति खेताराम के सिर में चोट लगने से गंभीर घायल हो गया था। नाहटा हॉस्पिटल बालोतरा में खेताराम ने दम तोड़ दिया। वहीं 4 साल के बच्चे जसराज, बादराराम और एलडीसी यशवंत कुमार को प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर कर दिया। वहां पर तीनों का इलाज चल रहा है।