Ajmer: अजमेर के भिनाय थाना क्षेत्र के नागोला गांव में योगेश्वर धाम मंदिर के महंत के शिष्य का शव मंदिर के अंदर लगे घंटे पर झूलता मिला। फंदा लगाने के बावजूद पैर जमीन पर टच हो रखे थे। महंत ने शव को लटका देखकर लोगों को बुलाया। लोगों ने हत्या की आशंका जताई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतार कर भिनाय अस्पताल पहुंचाया।
घटना अजमेर के भिनाय थाना क्षेत्र के नागोला गांव की है। बीसलपुर पंप स्टेशन के पास पहाड़ी पर स्थित योगेश्वर धाम मंदिर में महंत लक्ष्मण दास अपने 19 साल के शिष्य श्रवण दास के साथ रहता था। दोनों मंदिर में पूजा-अर्चना करते थे। श्रवण दास मूल रूप से मध्य प्रदेश के अशोक नगर थाना क्षेत्र का रहने वाला था। पिछले 8 सालों से महंत लक्ष्मण दास का शिष्य बन कर योगेश्वर धाम मंदिर में रह रहा था।
मौके पर पहुंचे लोगों ने बताया कि श्रवण दास के फंदा लगाने के बावजूद घुटने जमीन को टच हो रहे थे। लोगों ने श्रवण दास को मार कर उसे लटकाने की आशंका जताई है।
महंत लक्ष्मण दास ने बताया कि गुरुवार सुबह 8 बजे श्रवण दास ने उनको खाना बनाकर खिलाया था। खाना खाने के बाद वह सूपा सापला के पास स्थित खेड़ी शंकर गांव में यज्ञ करवाने को लेकर लोगों से मिलने चले गए थे। दाेपहर 2 बजे योगेश्वर धाम पर पहुंचे तो श्रवण दास का शव मंदिर के घंटे पर लटका देखा।
जानकारी के अनुसार करीब एक माह पूर्व नागोला के लोगों को मंदिर परिसर में शराब की खाली बोतलें मिलने पर उन्होंने महंत लक्ष्मण दास से उनके शिष्य श्रवण दास की शिकायत करते हुए इसे भगाने के लिए कहा था। लक्ष्मण दास ने श्रवण दास को मंदिर परिसर से भगा दिया था। जो दो-तीन दिन बाद वापस मंदिर में नजर आने लगा।
भिनाय SHO महावीर प्रसाद मीणा ने बताया कि शुक्रवार को भिनाय पहुंची श्रवण दास की मां रामदासी ने बेटे की हत्या कर उसे लटकाने की बात कहकर मामला दर्ज कराया। वहीं निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। रिपोर्ट में बताया कि उसका बेटा पिछले 8 साल से योगेश्वर धाम नागोला में महंत लक्ष्मण दास के पास ही रह रहा था।
महिला ने कहा कि उसका बेटा फंदा नहीं लगा सकता। भिनाय पुलिस ने पोस्टमाॅर्टम करवाकर शव उसकी मां के सुपुर्द कर दिया। इधर, लोगों ने श्रवण दास की हत्या कर मंदिर के घंटे पर लटकाने की बात कहते हुए थानाधिकारी से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।