Friday, December 1, 2023
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Jodhpur News : लोहावट थाना इलाके के पीलवा गांव में नशेड़ी शख्स ने ली माता-पिता और दो बेटों की जान, फिर कर लिया सुसाइड

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लोहावट: जोधपुर जिले के लोहावट थाना इलाके के विश्नोईयों की ढाणी में युवक ने अपना पूरा परिवार ही खत्म कर दिया। मां-बाप और दो बेटों की हत्या के बाद उसने भी सुसाइड कर लिया। यह दिल-दहला देने वाली वारदात लोहावट के पीलवां गांव की है। गांव में एक साथ पांच लाशें मिलने से सनसनी फैल गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया, सनकी युवक दो दिन से अपने परिवार को नींद की गोलियां दे रहा था।

बता दें कि सनकी हत्यारे ने गुरुवार शाम पहले खेत में काम कर रहे पिता को कुल्हाड़ी से मौत के घाट उतारा, फिर घर पहुंचकर मां और अपने दो बेटों को खाने में नींद की गोलियां दे दीं। जब वे तीनों बेहोश हो गए तो एक-एक करके सभी को पानी की टांके में फेंक दिया। इसके बाद वह कुछ दूर रह रहे अपने मामा के घर पहुंचा और वहां टांके में कूद गया।

मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक, किसान शंकर लाल (38) ने पहले अपने पिता सोनाराम (65) पर कुल्हाड़ी से हमला कर घायल कर दिया और मौके से भाग गया। सोनाराम को घायल देख कुछ लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जहां देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घर पहुंचकर शंकर लाल ने बाकी परिजनों के खाने में नींद की गोलियां मिला दीं। इससे सभी बेहोश हो गए तो सबसे पहले अपनी मां चंपा (55) को घर में बने पानी के टांके में फेंक दिया।

उसका बेटा लक्ष्मण (14) भी वहीं सो रहा था, उसे भी पानी में फेंक दिया। शंकर का छोटा बेटा दिनेश (8) अपनी मां के पास सो रहा था, सुबह करीब 5 बजे उसे भी टांके में फेंक दिया। बताया जा रहा है कि वह अपने परिजनों को दो दिन से नींद की गोलियां दे रहा था। शुक्रवार सुबह लोगों ने देखा कि पानी के टांके में शव तैर रहे हैं। उन्होंने पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस के मुताबिक, शंकर लाल को नशे की लत थी, वह अफीम का नशा करता था। उसका अपनी पत्नी मैना से अनबन थी। पुलिस टीम ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। एफएसएल टीम ने भी मौके से सबूत जुटाए हैं।

भाई का कमरा बंद था…
पुलिस ने बताया कि शंकर ने अपने भाई की पत्नी को भी नींद की गोलियां दी थी। ये भी कहा कि इसे आराम मिलेगा। वह गोली लेकर अपने बच्चों के साथ कमरे में चली गई और दरवाजा बंद कर दिया। सामने आया कि वह भाई की पत्नी को भी मारना चाहता था, लेकिन दरवाजा बंद होने की वजह से वह बच गए।

मां-बाप और बड़े बेटे की हत्या करने के बाद वह सुबह 5 बजे अपनी पत्नी के पास आया। यहां छोटे बेटे दिनेश को उठाया तो पत्नी की आंख खुली। इस पर बोला कि वह बच्चे को पेशाब करवा कर ला रहा है। लेकिन, पत्नी पर भी नींद की गोलियां का असर था तो वह उठ नहीं पाई। इसके बाद शंकर ने अपने बेटे को उठाया और सीधे पानी के टैंक में डाल दिया।

पत्नी बोली- नींद से उठी तो घर में खून देखा
पत्नी मैना ने पुलिस को बताया, जब नींद से उठी तब उसने घर में खून देखा और घर के सभी लोग वहां नहीं थे। वह दौड़ कर खेत में गई तो ससुर को लहुलुहान देखा और शोर मचाया। आस-पास से लोग पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पिता को अस्पताल पहुंचाया।

पुलिस टीम जांच में जुटी
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत एफएसएल टीम को साक्ष्य जुटाने के लिए बुलाया। इसके बाद शवों को अस्पताल की मार्चरी में रखवाया गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। सूत्रों की मानें तो इस पूरे घटनाक्रम के दौरान शंकर के भाई का परिवार अपने कमरे में सो रहा था और कमरा अंदर से बंद था इसके चलते उनकी जान बच गई। पुलिस इस वारदात को हत्या और आत्महत्या सहित अन्य एंगल से जांच करने में जुटी है

Mahendra
Mahendra
Mahendra is Indian journalist. currently the editor-in-chief of the Jat Gazette newspaper.

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